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लोग मुझे अपने होंठों से लगाए हुए हैं,

  लोग मुझे अपने होंठों से लगाए हुए हैं , मेरी शोहरत किसी के            नाम की मोहताज नहीं Attitude Shayari, log mujhe apane honthon  se lagae hue hain,  meree shoharat kisee ke  naam kee mohataaj nahin

नींद को आज भी शिकवा

 इफ़्तिख़ार आरिफ़ (Iftikhar Arif) एक प्रमुख और प्रमुख उर्दू शायर हैं, और उन्होंने अपने कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान किया है। वे उर्दू साहित्य के प्रसिद्ध नामों में से एक हैं और उनकी कविताएँ और शेर उर्दू भाषा में गंभीर और प्रेरणास्पद होते हैं।

इफ़्तिख़ार आरिफ़ का काव्य विभिन्न विषयों पर है, जैसे कि प्यार, जीवन, समाज, और राष्ट्रीय विषय। उनके शेर और कविताएँ उर्दू साहित्य के प्रेमी और कविता पाठकों के बीच में पूरी तरह से प्रमुख हैं।

इफ़्तिख़ार आरिफ़ के काव्य का अध्ययन करने से आप उनके दरबार में होने वाले संवाद को समझ सकते हैं और उनकी कविताओं के माध्यम से उर्दू साहित्य के सुंदरता का आनंद उठा सकते हैं।मुझे आपके दिए गए नाम "इफ़्तिख़ार आरिफ़" के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जैसा कि मेरी जानकारी 2022 तक की है। यदि वह कोई नई या अद्वितीय उर्दू शायर हैं, तो मैं उनके बारे में कुछ नहीं बता सकता है। आपको उनके काव्य के बारे में जानकारी चाहिए तो, आप उनकी कविताओं और शेरों के संग्रहों का अन्वेषण कर सकते हैं या उनके बारे में अधिक जानकारी के लिए विभिन्न उर्दू साहित्य स्रोतों का सहायता लेना संभव हो सकता है।

नींद को आज भी शिकवा

है मेरी आँखों से

      मैंने आने न दिया उसको

   तेरी याद से पहले......

https://shayariek.blogspot.com/2020/10/blog-post.html
sad - shayari



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